What Does Shodashi Mean?
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चत्वारिंशत्त्रिकोणे चतुरधिकसमे चक्रराजे लसन्तीं
ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥
Goddess is commonly depicted as sitting down over the petals of lotus that is certainly retained within the horizontal system of Lord Shiva.
The essence of such rituals lies within the purity of intention along with the depth of devotion. It is far from simply the external actions but The inner surrender and prayer that invoke the divine existence of Tripura Sundari.
पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥
नौमीकाराक्षरोद्धारां सारात्सारां परात्पराम् ।
यह शक्ति वास्तव में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका Shodashi वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
सेव्यं गुप्त-तराभिरष्ट-कमले सङ्क्षोभकाख्ये सदा ।
The story is a cautionary tale of the power of need as well as the necessity to build discrimination through meditation and next the dharma, as we progress in our spiritual route.
देवस्नपनं उत्तरवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
यामेवानेकरूपां प्रतिदिनमवनौ संश्रयन्ते विधिज्ञाः
After slipping, this Yoni about the Hill, it transformed right into a stone for the benefit of individual however it is claimed that still secretion of blood prevails periodically as though Goddess menstruates.
मन्त्रिण्या मेचकाङ्ग्या कुचभरनतया कोलमुख्या च सार्धं